बड़ीवानी, जनवरी 2023: बालिका शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिबंधित गैर-लाभकारी संस्था जूकेट गर्ल्स ने इस साल अपने 15 साल का सफर पूरा किया है। इस अवसर पर बड़ी संस्थाओं में स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया। वर्तमान में मध्य प्रदेश की चार संस्थाओं में स्कूली बच्चों की पहचान कर उनके नामांकन, ठहराव और कौशल विकास के स्तर को बढ़ाने में सरकार और समुदाय के साथ मिलकर काम कर रहा है।
संस्था का स्थापना दिवस समारोह "बेमिसाल 15 साल" की थीम पर बड़े धूमधाम से मनाया गया। बड़वानी के इस समारोह में 1000 से भी अधिक टीम बाल मुखिया (स्वयंसेवकों), संस्था के कर्मचारियों, सरकारी अधिकारियों, दाता एवं बोर्ड के सदस्यों ने जिला स्तर पर हिस्सा लिया।
समारोह में बालिका शिक्षा के लिए श्रेष्ठ योगदान देने के साथ महत्वपूर्ण दृष्टिकोण वाले टीम बाल वरिष्ठों को भूमिका प्रदान की गई। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न दस लोगों ने नाट्य और समूह नृत्य के माध्यम से अपना बयान देते हुए दर्शकों को बालिका शिक्षा के महत्व का संदेश दिया। के बड़वानी के जिला प्रमुख रोहित चतुर्वेदी ने उपस्थित लोगों के प्रति आनंद व्यक्त किया।
बड़वानी जिले की टीम बालिका राम राव तरोले ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “मैं 2018 से एजुकेट गर्ल्स की एक्टिविटीज से ऑर्गनाइज़ हूं। जीवन में शिक्षा का क्या महत्व है, यह मेरा अनुभव है। हमें जो प्रशिक्षण संस्थान ने दिया उसकी वजह से मुझे यकीन हुआ। बालिका शिक्षा संस्थान के साथ काम करने का अनुभव मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।''
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बड़ेवानी जिला कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने कहा, "सरकार और प्रशासन बालिका शिक्षा के लिए उपलब्ध संसाधन देते हैं, लेकिन अकेले सरकार के प्रयास से लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता है। ऐसे में बाल पहचान को शिक्षा से जोड़ने के लिए आप जैसी सामाजिक संस्थाओं से भी हमें मदद मिलती है। मैं एजुकेट गर्ल्स संस्था को कई सालों से जानता हूं और आपके काम को करीब से देखा है। बड़ी जिले में आपकी टीम और पथप्रदर्शक कार्य कर रहे हैं। मैं आपको स्थापना दिवस पर बधाई देता हूं।”
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसपी) दीपक शुक्ला ने कहा, “शिक्षा हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मजदूर पर बालिका शिक्षा का विषय पीछे रह गया है। समाज के कई क्षेत्रों में अभी भी महिलाओं और लड़कियों का प्रतिनिधित्व कम है। आपकी सभी स्वयंसेवी संस्थाओं में बाल पहचान को शिक्षा से जोड़ने के कार्य कर रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि संस्था इसी तरह अपना अच्छा काम जारी रखेगी।''
एजुकेट गर्ल्स के सीईओ महर्षि वैष्णव ने बताया, “एजुकेट गर्ल्स संस्था के 15 साल का सफर सरकार, समुदाय और टीम बालिका इनके बिना पूरा होना संभव नहीं था। 15 साल पहले बालिका शिक्षा के लिए पड़ा एक छोटा सा बीज आज एक विशाल वटवृक्ष बन चुका है। बड़वानी में हमने 6 साल पहले काम शुरू किया था। ये इलाका मध्य प्रदेश के भौगोलिक रूप से सबसे चुनौतीपूर्ण इलाकों में से है। चुनौतियों के बावजूद टीम बालिका, सरकार और डोनर्स की मदद से हम बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने में सफल रहे हैं। लेकिन अभी हमें और भी काम करना बाकी है। बड़वानी जिले ने हमें बालिका शिक्षा के सपने को पूरा करने में अभी तक मजबूत साथ दिया है और मैं उम्मीद करता हूं कि आगे भी ये सिलसिला जारी रहेगा।’’