विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर रॉकवेल ऑटोमेशन, एसटीईएम एजुकेशन और रिन्यूएबल पॉवर को बढ़ावा दे रहा है एसटीईएम एजुकेशन के प्रसार के लिए 12 स्कूलों को फंड दिया जाएगा, साथ ही वर्ल्ड रोबोटिक ओलंपियाड (डब्ल्यूआरओ) और फर्स्ट लेगो लीग (एफएलएल) को स्पॉन्सर करने सहित आठ स्कूलों और 100 घरों को सोलर लाइट्स प्रदान की जाएँगी



नई दिल्ली,  जून, 2023: इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के लिए समर्पित दुनिया की सबसे

बड़ी कंपनी, रॉकवेल ऑटोमेशन, इन्कॉर्पोरेट (Rockwell Automation, Inc.) (एनवाईएसई:आरओके) ने इस वर्ष

का विश्व पर्यावरण दिवस, पूरे भारत में साइंस टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग व गणित (एसटीईएम) और सोलर लाइट

स्थापना पहल शुरू करके मनाया। यह कंपनी एसटीईएम एजुकेशन को लागू करने के लिए 12 स्कूलों को फंड

प्रदान करेगी, और साथ ही वर्ल्ड रोबोटिक ओलंपियाड (डब्ल्यूआरओ) और फर्स्ट लेगो लीग (एफएलएल)

प्रतियोगिता को स्पॉन्सर करने सहित आठ स्कूलों और 100 घरों को सोलर लाइट्स प्रदान करेगी।


रॉकवेल ऑटोमेशन द्वारा 5 जून को महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में स्थित स्कूलों में सोलर लाइटिंग प्रोजेक्ट की

शुरुआत की गई, जिसमें उद्घाटन समारोह के दौरान वृक्षारोपण किया गया और छात्रों को पौधे वितरित किए

गए। गाजियाबाद स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय और पुणे स्थित श्रीधरराव वबाले पाटिल हाई स्कूल, उन

स्कूलों में से थे, जिन्हें रॉकवेल ऑटोमेशन ने विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में 'रोशनी' देने में मदद की। कुल

मिलाकर कंपनी देश भर के 12 स्कूलों के साथ मिलकर उनकी मौजूदा एसटीईएम टिंकरिंग लैब्स में लगभग

2,000 छात्रों को प्रशिक्षित करेगी, डब्ल्यूआरओ 2023 में हिस्सा लेने के लिए 12 टीमों को प्रशिक्षित करेगी और

एफएलएल 2023 प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए चार स्कूलों को स्पॉन्सर करेगी। इसके अतिरिक्त, इसने

पाठ्यक्रम में एसटीईएम एजुकेशन को लागू करने के लिए स्वामी विवेकानंद विद्या केंद्र, बेंगलुरु को भी फंड

प्रदान किया है।


इस अवसर पर बोलते हुए, दिलीप साहनी, मैनेजिंग डायरेक्टर, रॉकवेल ऑटोमेशन इंडिया, ने कहा, "रॉकवेल

ऑटोमेशन के रूप में, हम उन समुदायों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिनमें हम रहते और काम करते

हैं, और जो हमारे ऑर्गेनाइज़ेशन को भी प्रभावित करते हैं। लोगों और सामुदायिक विकास में प्रौद्योगिकी और

निवेश का लाभ उठाकर हमारी स्ट्रेटेजी नए अवसर उत्पन्न करती है और मानवीय संभावनाओं को बढ़ावा देती है।

मुझे विश्वास है कि एक समावेशी और टिकाऊ समाज के निर्माण में ये पहल एक लंबा सफर तय करेंगी।"


रॉकवेल ऑटोमेशन द्वारा पहले बेंगलुरु (कर्नाटक), चेन्नई (तमिलनाडु), नोएडा (उत्तर प्रदेश), पुणे (महाराष्ट्र),

कांगपोकपी, चुराचांदपुर (मणिपुर), पेरेन (नागालैंड) और दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) में हाशिए पर रहने वाले 905

परिवारों को सोलर होम लाइटिंग सिस्टम्स के माध्यम से टिकाऊ और रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्युशंस प्रदान किए

जा चुके हैं।


सन् 1983 से यह कंपनी ग्राहकों और भागीदारों को बेहतर इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन

सॉल्युशंस प्रदान करके अधिक सुदृढ़ और टिकाऊ बनने में मदद करती आ रही है। ऐसे में, वर्ष 2023 भारत में

रॉकवेल ऑटोमेशन के 40 वर्षों के निरंतर संचालन का प्रतीक है।

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